Business Idea: नमस्कार दोस्तो CB Idea में आपका स्वागत है, आजकल के अधिकतर किसान खेती के पुराने तौर तरीकों को छोड़कर नये तरीकों का उपयोग करके विभिन्न प्रकार की फसलों की खेती कर रहे हैं, और पारंपरिक खेती को न्यू टेक्नोलोजी के साथ जोड़कर बहुत अधिक पैसा कमा रहे हैं आज बजार में कई ऐसे विकल्प उपलब्ध हैं जिसकी मदद से किसान खेती कर के बहुत अधीक कमाई कर रहे है।
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अगर आप भी खेती में रुचि रखते है और ऐसी ही कोइ फसल उगाने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको एक येशा आईडिया देने वाले है जिसका उपयोग करके आप बहुत अच्छी कमाई कर सकते है, जो बेहतरीन बिजनेस आइडिया आज हम आपको बताने वाले है वो इन दिनों बजार में बहुत अधीक डीमांड पे चल रही है।
वो बिजनेस कोई और नहीं बल्की एलोवेरा की खेती के बारे में है, आज इसकी खेती करके लोग करोड़ों रुपए महीना कमा रहे हैं। जैसा की हम सभी जानते हैं की एलोवेरा का उपयोग दवा, फिटनेस, और हर्बल उत्पाद आदि जैसे समान बनाने में किया जाता है।
कई बहुत बड़ी – बड़ी कंपनियां इसे बहुत अधिक दामों पर खरीदने को तैयार हो जाते हैं. ऐसे में यह बिजनस आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. आइए विस्तार में जानते हैं की इसकी खेती कैसे किया जाए.
बहुत बड़े मात्रा पर एलोबेरा की खेती न होने के कारण देश-विदेश समेत कई ऐसे बड़ी कंपनियों को अच्छी गुणवत्ता वाला एलोवेरा नहीं मिल पाता है। बस यही कारण है कि एलोवेरा की खेती आपके लिए फायदे का सौदा बन गई है.
ऐसे में अगर आप अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो एलोवेरा की खेती कर सकते हैं. अगर आप थोड़े देख रेख के साथ इसे उगते है तो आप अच्छी गुणवत्ता वाले एलोवेरा उगा पायेंगे और इसे बड़े कंपनियों को बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
कैसे करें एलोवेरा की खेती
मुख्य रुप से एलोवेरा की खेती ट्रांसप्लांटेशन तकनीक के जरिए की जाती है ट्रांसप्लांटेशन से हमारा मतलब ये है की आपको शुरुआत के दिनो में छोटे छोट एलोवेरा के पौधे लगाने होंगे, वैसे तो इसकी खेती के लिए बारिश का मौसम बहुत अच्छा माना गया है लेकिन आप चाहे तो इसकी शुरुआत फरवरी से अगस्त के बीच कभी भी कर सकते हैं. एक एकड़ जमीन में आप बड़े ही आराम से 10 हजार एलोवेरा के पौधा लगा सकते हैं.
इसके अलावा पौधों का ग्रोथ संख्या मिट्टी और जलवायु के प्रकार पर बहुत अधीक निर्भर करती है। ऐसी जलवायु जहां पौधे बहुत तेज़ी के साथ अधिक बढ़ते ही जा रही हैं और ये पौधे समय के साथ बहुत अधिक फैलते हैं, ईसलिये पौधों के बीच में थोरी दूरी जरूर रखे। जहां पे पौधे बहुत कम बढ़ते हैं वहां उनके बीच की दूरी बहुत कम रखी जाती है.
पानी की आवश्यकता होती है।
आगर आप येलोवेरा की खेती करना चाहते है तो इसके लिए आपको खेती रेतीली और दोमट मिट्टी की जरूरत होती हैं
येलोवेरा की खेती के लिए आपको एक ऐसी जगह और भूमि का चयन करना होगा जहां जल निकासी की पूरी व्यवस्था मौजुद हो. जिस प्लॉट में पानी जमा रहता है वहा इसकी खेती नहीं की जा सकती जिसमें पानी जमा रहता हो। इसके साथ ही बहुत ठंड वाले इलाका में भी इसकी खेती नही की जा सकती हैं।